हनुमानजी की कृपा पाने के सबसे आसान उपाय
यदि आप हनुमानजी के भक्त हैं और समस्याओं से मुक्ति पाना चाहते हैं। तो स्त्री हो या पुरुष दोनों ही कुछ सामान्य नियमों का पालन करते हुए यह उपाय कर सकते हैं।
1. सबसे आसान उपाय हनुमान जी के कृपा पाने का , राम नाम का जप करे। श्रीराम के मंत्रों का जप करने वाले भक्त पर हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं और सदैव कृपा बनाए रखते हैं। हनुमानजी को हर मंगलवार या शनिवार सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करना चाहिए। सिंदूर बजरंगबली को अति प्रिय है और जो भक्त उन्हें सिंदूर अर्पित करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
2. हनुमानजी सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवी-देवताओं में से एक हैं। हनुमान चालीसा को प्रसन्न करने का पाठ सबसे सरल उपाय है हर रोज या हर मंगलवार और शनिवार को चालीसा का पाठ करना चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस के सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमानजी बहुत जल्द शुभ फल प्रदान करते हैं।
3. हर मंगलवार या शनिवार के दिन बजरंग बली को बना हुआ बनारसी पान चढ़ाना चाहिए। बनारसी पत्ते का बना हुआ पान चढ़ाने से भी हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है। जो भक्त रामायण या श्रीरामचरित मानस का पाठ करते हैं या इनके दोहे प्रतिदिन पढ़ते हैं तो उन्हें हनुमानजी का विशेष स्नेह प्राप्त होता है।
4. सुन्दर काण्ड , का पाठ यदि हर दिन किया जाए , अगर ना संभव को तो कर मंगलवार एवम शनिवार को किया जाए तो हनुमान जी के कृपा प्राप्त होती हे
5. 1-हनुमान
2-अंजनी सुत
3-वायु पुत्र
4-महाबल
5-रामेष्ट
6- फ़ाल्गुण सखा
7-पिंगाक्ष
8-अमित विक्रम
9-उदधिक्रमण
10-सीता शोक विनायक
11-लक्ष्मण प्राण दाता
12-दशग्रीव दर्पहा
प्रातःकाल सोकर उठते ही उसी अवस्था में इन बारह नामों को 11 बार लेने वाला व्यक्ति दीर्यायु होता है। दोपहर में नाम लेने वाला व्यक्ति धनवान होता है।
संध्या के समय नाम लेने वाला व्यक्ति पारिवारिक सुखों से तृप्त होता है। रात्रि को सोते समय नाम लेने वाला व्यक्ति शत्रु पर विजयी होता है।
उपरोक्त समय के अतिरिक्त इन बारह नामों का निरन्तर जाप करने वाले व्यक्ति की श्री हनुमान जी दसों दिशाओं एवं आकाश-पाताल में भी रक्षा करते हैं।
यात्रा के समय एवं न्यायालय में पड़े विवाद के लिये ये बारह नाम अपना चमत्कार दिखायेगें।
लाल स्याही में मंगलवार को भोज-पत्र पर ये बारह नाम लिखकर मंगलवार के ही दिन ताबीज बांधने से कभी सिर दर्द नहीं होगा। गले या बाजू में ताबें का ताबीज ज्यादा उत्तम है। भोज-पत्र पर लिखने के काम आने वाला पैन या साईन पैन नया होना चाहिये।
No comments:
Post a Comment