Sunday, 7 February 2016

how old is the hindu religion?

हिन्दू सभ्यता यहां सदियों पहले भी मौजूद थी




हिन्दू धर्म में मंदिरों का बड़ा ही महत्व है, इन मंदिरों में लोग अपने-अपने देवताओं की उपासना करते हैं. पर ऐसा नहीं है कि ये मंदिर केवल भारत, नेपाल आदि तक ही फैले हैं, बल्कि देश के बाहर भी इन मंदिरों का इतिहास फैला हुआ है. किसी समय हिन्दू धर्म ने अपनी जड़ें यूरोप से लेकर एशिया तक फ़ैला रखी थी, जिसके प्रमाण आज भी मिलते हैं.

आज हम आपको विश्व की ऐसी ही जगहों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि यहां कभी हिन्दू मंदिर हुआ करते थे.

1. वेटिकेन में कभी शिव मंदिर हुआ करता था?

सभी धर्म एक ही धर्म का हिस्सा हैं, जिसका प्रमुख वैदिक धर्म है. इतिहासकार पी.एन.ओक इसे समझाते हुए कहते है कि वेटिकेन शब्द संस्कृत के वाटिका से लिया गया है, और “Christianity” शब्द कृष्ण नीति से. और आगे वो कहते हैं कि अब्राहिम भी ब्रह्मा का ही एक विकसित रूप है. उदाहरण के लिए खुद ही इस फोटो को गौर से देखिये जिसमे आपको चर्च का एरिया एक शिव लिंग की तरह नज़र आएगा.




क्या वेटिकेन सच में शिव मंदिर था – फोटो को देखने पर नज़र आता है जो की शिव के माथे के तिलक की तीन रेखाओं के जैसा लगता है. वेटिकेन खुद वाटिका से आया है इसका मतलब यह है कि यहां भी कभी वैदिक केंद्र हुआ करते थे. 


खुदाई के दौरान यहां से एक शिव लिंग भी प्राप्त हुआ है जिसे रोम के संग्रहालय में रखा गया है. यह शिव लिंग रोम के ही एक और संग्रहालय Gregorian Etruscan Museum में रखा हुआ है.

2. कंबोडिया का विलुप्त हो चुका हिन्दू सम्राज्य

कंबोडिया में घूमने पर आप पाएंगे कि यहां पर बड़ी संख्या में हिन्दू और बौद्ध मंदिर हैं, जो इस बात की गवाही देते हैं कि कभी यहां भी हिन्दू धर्म का प्रभाव था. Siem Reap को इस देश का दिल कहा जाता है. यहां भी दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर अंकोर वाट है, जिसका इतिहास लगभग 900 साल पुराना है.

विलुप्त मन्दिर कंबोडिया — यह मंदिर लगभग 1 स्क्वेयर मील क्षेत्रफल में फ़ैला हुआ है. यहां की दीवारों पर पर छपे चित्र और उकेरी गई मूर्तियां हिन्दू धर्म के गौरवशाली इतिहास की कहानी को बयां करती हैं. यह मंदिर तो नष्ट हो चुका है पर इसकी वास्तुकला और ख़ूबसूरती को अभी भी संरक्षित करके रखा गया है. साक्ष्यों से इस बात का पता चलता है कि इस मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती रही थी.

3. हरप्पा का 5000 साल पुराना शिव लिंग –

1940 में खुदाई के दौरान Archaeologist M.S. Vats को एक शिव लिंग मिला जो लगभग 5000 पुराना है. इसके अलावा और भी कई ऐसी ही चीज़े मिली हैं, जिन्हें इसी काल का बताया जाता है.

4. मिस्र में प्राचीन तमिल बह्रामी लिपि –

मिस्र के Quseir-al-Qadim में खुदाई के दौरान एक टूटा हुआ जार मिला, जिसे पहली शताब्दी के आस-पास का बताया जाता है और जिस पर तमिल ब्राह्मी में कुछ लिखा हुआ है. ब्रिटेन के एक इतिहासकार का कहना है कि ये बर्तन भारत में बने हुए है.

5. ओमान में तमिल बह्रमी लिपि –

ओमन के खोर-रोरी इलाके में हाल ही में एक प्राचीन घड़े का टूटा हुआ अंश मिला है, जिस पर प्राचीन बह्रमी भाषा में लिखा हुआ है और इसका अनुमान भी पहली शताब्दी के आस-पास का ही लगाया जाता है. इससे इस बात का अनुमान लगाया जाता है कि प्राचीन समय से ही भारत के व्यापार की पहुंच काफ़ी दूर-दूर तक थी.

6. बाली में बहुत बड़ा प्राचीन मंदिर –

बाली में एक इमारत के निर्माण की खुदाई के दौरान मजदूरों को मंदिर के कुछ अंश मिले जिसके बाद यह खबर बाली के ऐतिहासिक संरक्षण विभाग को दी गई जिसने खुदाई करने पर एक विशाल हिन्दू इमारत को पाया, जो कभी हिन्दू धर्म का केंद्र रहा होगा.

शोधकर्ताओं का मानना है कि जहां आज इन्डोनेशिन इस्लामिक यूनिवर्सिटी है वहां कभी हिन्दू देवी-देवताओं का मंदिर हुआ करता था, जिसमे शिव और गणेश की पूजा की जाती थी. यहां से एक एतिहासिक शिव लिंग भी मिला है.

7. हनुमान और उनके साम्राज्य का रहस्य –

सेंट्रल अमेरिका के Mosquitia में शोधकर्ता चार्ल्स लिन्द्बेर्ग ने एक ऐसी जगह की खोज की है जिसका नाम उन्होंने La Ciudad Blanca दिया है जिसका स्पेनिश में मतलब ‘The White City’ होता है, जहां के स्थानीय लोग बंदरो की मूर्तियों की पूजा करते हैं. चार्ल्स का मानना है कि यह वही खो चुकी जगह है जहां कभी हनुमान का साम्राज्य हुआ करता था.

8. क्या देवताओं की भी पनाहगाह थी?

एक अमेरिकन एडवेंचरर ने लिम्बर्ग की खोज के आधार पर गुम हो चुके ‘Lost City Of Monkey God’ की तलाश में निकले. 1940 में उन्हें इसमें सफ़लता भी मिली पर उसके बारे में मीडिया को बताने से एक दिन पहले ही एक कार दुर्घटना में उनकी मौत हो गई और यह राज़ एक राज़ ही बनकर रह गया.

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