Thursday 14 April 2016

Peepal Tree Health Benefits in Hindi

पीपल के पेड़ के औषधीय गुण और उपयोग, जाने अभी!

                                                                   Peepal Tree Benefits

पीपल का पेड़ औषधि का खजाना माना गया है। इस खजाने में हमारे शरीर को निरोग बनाने की कई प्राकृतिक नुस्खे मौजूद हैं। पीपल वृक्ष भारतीय उपमहाद्वीप के मूल निवासी है। यह भी रूप में अच्छी तरह से तिब्बत और चीन में देखा जा सकता है।

यह 30 मीटर की दूरी पर ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है, जो एक बड़े सदाबहार पेड़ है। पेड़ के तने व्यास में ऊपर से 3 मीटर की दूरी पर हो सकता है। पत्तियों हृदयाकार के हैं और फल 1 सेमी, जो छोटे अंजीर हैं।

पीपल का पेड़ भगवान विष्णु को समर्पित है और हिंदू पौराणिक कथाओं में सबसे पवित्र वृक्ष है। पीपल के कई औषधीय गुण है और यह विभिन्न संक्रमण, घावों के उपचार के इलाज के प्रजनन क्षमता में सुधार और विषाक्तता के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।

पीपल पेड़ भारत में पूजा जाता है। आयुर्वेद में पीपल का हर भाग जैसे तना, पत्ते, छाल और फल सभी चिकित्सा में काम आते हैं, इनसे कई गंभीर रोगों का इलाज संभव है ।

पीपल के औषधीय उपयोग :-


1.  पीपल की ताजी डंडी दातून के लिए बहुत अच्छी होती है ।

2.  इसके फलों का चूर्ण लेने से बांझपन दूर होता है और पौरुषत्व में वृद्धि होती है ।

3.  यदि किसी व्यक्ति को सांप ने काट लिया हो तो पीपल के पत्तों का रस 2-2 चम्मच 3-4 बार पिलाएं, विष का प्रभाव कम होगा ।

4  इसके फलों का चूर्ण और छाल सम भाग में लेने से दमा में लाभ होता है ।

5  पीलिया होने पर इसके 3-4 नए पत्तों के रस को मिश्री मिलाकर शरबत पिलाएं।

6.  इसके पके फलों के चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से वाणी में सुधार होता है ।

7.  पीपल के ताजे पत्तों का रस नाक में टपकाने से नकसीर में आराम मिलता है ।

8  इसके पत्तों से जो दूध निकलता है उसे आंख में लगाने से आंख का दर्द ठीक हो जाता है ।

9.  हाथ-पांव कटने-फटने पर पीपल के पत्तों का रस या दूध लगाएं. इससे फटने वाली जगह धीरे-धीरे भर जाएगी ।

10. चोट के घावों को जल्दी भरने के लिए पीपल के पत्तों को गर्म कर लें और चोट की वजह से होने वाले घावों पर लगा दें।

11. पीपल के पांच पत्तों को दूध में उबालकर चीनी या खांड डालकर दिन में दो बार, सुबह-शाम पीने से जुकाम, खांसी और दमा में बहुत आराम होता है ।

12. दमा के रोगीयों के लिए पीपल एक महत्वपूर्ण दवा का काम करता है। पीपल के पेड़ की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल लें और इसे सुखा लें। सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें और पानी के साथ दमा रोगी को दें।

13. दाद और खाज दूर करने के लिए पीपल के 4 पत्तों को चबाकर सेवन करें। यदि एैसा नहीं कर सकते हो तो पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा बना लें और इसे दाद व खुजली वाली जगह पर लगाएं।

14 .पीपल की जड़ों को काट लें और उसे पानी में अच्छे से भिगोकर इसका पेस्ट बना लें। और इस पेस्ट को नियमित चेहरे पर लगाएं। झुर्रियों को खत्म करने के लिए पीपल एक अहम भूमिका निभाता है। यह बढ़ती हुई उम्र की वजह से चेहरे पर झुर्रियां रोक देता है।

15 .दांतों की बदबू, दांतों का हिलना और मसूड़ों का दर्द व सड़न को दूर करने के लिए 2 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम पीपल की छाल और कत्था को बारीक पीसकर उसका पाउडर बना लें। और इससे दांतों को साफ करें। आपको इन रोगों से मुक्ति मिलेगी।

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